Durlabh Kashyap Biography In Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज हम एक ऐसे शख्स की जिंदगी पर नजर डालेंगे जिसने बहुत कम वक्त में अपराध की दुनिया में अपना नाम रोशन कर लिया, लेकिन वो नाम डर और हिंसा से जुड़ा था। बात हो रही है दुर्लभ कश्यप की, जो मध्य प्रदेश के उज्जैन से था। दुर्लभ ने 16 साल की उम्र में गैंगस्टर बनने का रास्ता चुना और मात्र 19 साल की उम्र में एक गैंगवार में उसकी मौत हो गई। इस लेख में हम उसकी जन्मतिथि, परिवार, अपराध की शुरुआत, गिरफ्तारी और अंतिम दिनों की कहानी को करीब से देखेंगे। दुर्लभ की जिंदगी युवाओं के लिए एक चेतावनी है कि प्रसिद्धि की अंधी दौड़ कितनी खतरनाक हो सकती है। आइए, इस कहानी को समझते हैं।
दुर्लभ कश्यप उज्जैन के एक चर्चित गैंगस्टर था, जिसने सोशल मीडिया को अपराध का हथियार बनाया। वे धमकियां देने, हफ्ता वसूली और लूट जैसे कामों में लगे रहता था। फेसबुक पर वो खुद को हत्यारा बताकर सुपारी लेता था। लेकिन उसकी जिंदगी की नींव एक सामान्य परिवार में रखी गई थी, जहां से गलत संगत ने उसे इस राह पर धकेल दिया। उसकी मौत ने पूरे शहर को हिला दिया और आज भी उसकी कहानी लोगों के जेहन में बसी है। इसीलिए आज भी इंटरनेट पर दुर्लभ कश्यप के बारे में लाखो सर्चेस है।
मै अपने इस ब्लॉग पोस्ट में बताऊंगा की दुर्लभ कश्यप कौन था और क्या करता था, Durlabh Kashyap Date of Birth, दुर्लभ कश्यप की कहानी, Durlabh Kashyap Death Date, दुर्लभ कश्यप कैसे मारा गया आदि जानने के लिए आप हमारे इस ब्लॉग पोस्ट को अंत तक ध्यान पूर्वक अवश्य पढ़े।
Durlabh Kashyap संक्षिप्त बायोग्राफी (Wiki/Bio)
विवरण | जानकारी |
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पूरा नाम | दुर्लभ कश्यप |
उपनाम | कोहिनूर |
जन्म तिथि (DOB) | 8 नवम्बर 2000 |
जन्म स्थान (Birth Place) | उज्जैन, मध्य प्रदेश |
उम्र (मृत्यु समय) | 20 वर्ष |
नागरिकता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति | ब्राह्मण |
पिता का नाम | मनोज कश्यप (शिक्षक) |
माता का नाम | पद्मा कश्यप (शिक्षिका) |
Death Date | 6 सितम्बर 2020, रात 2 बजे |
मृत्यु स्थान | उज्जैन, मध्य प्रदेश |
प्रसिद्धि | गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर अपराधी |
दुर्लभ कश्यप कौन था और क्या करता था
दुर्लभ कश्यप मध्य प्रदेश के उज्जैन में रहने वाला एक कुख्यात गैंगस्टर था। Durlabh ने 16 वर्ष की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था और लोगो के जान से मारने की धमकी देना, हफ्ता वसूली, लूटपाट जैसे अपराधिक कामो को करता था, वह फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए आपराधिक कामों अंजाम देता था। Facebook Post के जरिये वह लोगो को जान से मारने के सुपारी लेता, हफ्ता वसूलना आदि काम करता था।
Durlabh Kashyap Birth Date & Birth Place
दुर्लभ कश्यप का जन्म 8 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश के उज्जैन में हुआ। वह एक संपन्न और पढ़े-लिखे परिवार से था। उसके पिता और माता दोनों ही स्कूल शिक्षक थे। उज्जैन एक धार्मिक स्थल के रूप से प्रसिद्ध है, लेकिन दुर्लभ की जिंदगी यहां से अपराध की गलियों तक पहुंच गई। उसका जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ, जहां शुरुआती साल बिना किसी कमी के गुजरे। यह तारीख उसकी जिंदगी की शुरुआत थी, लेकिन किस्मत ने उन्हें ज्यादा वक्त नहीं दिया।
दुर्लभ कश्यप Physical Appearance (शारीरिक बनावट)
दुर्मालभ कश्यप अपने माथे पर लाल टिक्का, आंखों में काला सुरमा, काली कुर्ती के साथ गले में काला गमछा रखता था बात करे दुर्लभ कश्यप के शारीरिक बनावट की तो आप उसे नीचे Table में देख सकते है।
गुण | विवरण |
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लंबाई (Height) | 5 फीट 10 इंच |
वज़न (Weight) | लगभग 65 किलो |
आंखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
पहचान | माथे पर लाल तिलक, आंखों में काजल (सुरमा), काले कपड़े और काला गमछा |
Durlabh Kashyap Family
दुर्लभ अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। दुर्लभ कश्यप का परिवार शिक्षित और स्थिर था। पिता मनोज कश्यप और मां पद्मा कश्यप दोनों शिक्षक थे। घर में किसी तरह की कमी न होने के बावजूद दुर्लभ अपराध की राह पर चल पड़ा। परिवार में कुछ व्यक्तिगत मुद्दों से माता-पिता अलग रहते थे, और दुर्लभ कभी मां तो कभी पिता के पास रहता। दोनों उन्हें बेहद प्यार करते थे, लेकिन अपराध की राह पर जाने के बाद परिवार का बिखराव हो गया।
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दुर्लभ कश्यप की उम्र (Durlabh Kashyap Age)
- अपराध की दुनिया में कदम रखते समय उम्र: 16 वर्ष
- हत्या के समय उम्र: 20 वर्ष
- अगर जीवित होते तो वर्तमान उम्र: 23 वर्ष (2023 में)
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Durlabh Kashyap Early Life and Education)
शुरुआत में दुर्लभ की जिंदगी सामान्य थी। पढ़ाई-लिखाई में ठीक था और अच्छे परिवार से था। लेकिन किशोरावस्था में वह असामाजिक तत्वों के संपर्क में आ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फेमस होने की चाहत ने उसे गलत रास्ते पर धकेल दिया।
गैंगस्टर बनने का सफर (Durlabh Kashyap Career)
दुर्लभ कश्यप कम उम्र में बहुत अधिक फेमस होना चाहता था इसलिए उसने बदमाशी करके एक बड़ा गैंगस्टर बनने का सहज रास्ता चुना, दुर्लभ के पिता अपने एक इंटरव्यू में बताते है की उसने 15 साल की उम्र से असामाजिक लोगों का साथ पकड़ लिया था और 16 वर्ष की कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा।
उसने अपना सबसे पहला जो अपराध किया था जोकि कानून के नजर में आया था वह यह था की उसने अपनी दबंगई का प्रचार, सोशल मीडिया पर किया। उसने अपने फेसबुक एकाउंट के about section पर लिखा था। कि “मैं एक कुख्यात बदमाश हूँ। एक हत्यारा हूं। किसी भी तरह का विवाद निपटाने के लिए, संपर्क करें। मैं हर तरह का विवाद निपटा दूंगा।”
यंही से दुर्लभ कश्यप गैंगस्टर जीवन की शुरुवात होती है इसके बाद धीरे धीरे दुर्लभ को लोग गैंगस्टर के नाम से जानने लगे और धीरे – धीरे इसकी गैंगस्टर की छवि इतनी मजबूत हो गयी की चाहे एक चाय बेचने वाला हो या एक बिजनेस मेन हर कोई दुर्लभ कश्यप का नाम सुनकर डरने लगा, दुर्लभ अपने समय का बहुत ही फेमस गैगस्टर था इसी कारण से इसके गैंग को 100 से भी अधिक लड़को ने ज्वाइन किया था।
- 16 साल की उम्र से अपराध जगत में एंट्री।
- फेसबुक और सोशल मीडिया पर खुद को “कुख्यात बदमाश” घोषित कर दिया।
- लोगों से विवाद निपटाने, सुपारी लेकर धमकी देने और हफ्ता वसूली करने लगा।
- धीरे-धीरे उसके गैंग में 100 से ज़्यादा लड़के शामिल हो गए।
- 2018 में आईपीएस सचिन अतुलकर ने ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया।
दुर्लभ कश्यप की गिरफ्तारी (Durlabh Kashyap Arrest & Jail)
दुर्लभ कश्यप अपने ज्यादातर अपराधिक कामो को अंजाम देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेता था चाहे किसी से हफ्ता वसूली करना हो, या किसी को धमकी देनी हो या चाहे अपने गैंग की कण्ट्रोल करना हो और इसी से दुर्लभ कश्यप गिरफ्तार भी हुआ, जब उज्जैन के अन्दर दुर्लभ कश्यप और उसकी गैंग का अत्याचार बहुत अधिक बढ़ गया था तब शहर में चल रहे अपराध को ररोकने के लिए उस समय उज्जैन शहर के तत्कालीन SP आईपीएस सचिन अतुलकर दुर्लभ और उसके गैंग के खिलाप एक हिस्ट्रीशीटर लिस्ट निकाला और एक आपरेशन चलाकर 27 अक्टूबर 2018 को दुर्लभ कश्यप और उनके गैंग के 23 साथियों को गिरफ्तार किए किया।

2018 में गिरफ्तारी के बाद उसकी उम्र कम होने के कारण पहले उसे बाल सुधार गृह भेजा गया और फिर जेल।
आईपीएस सचिन अतुलकर ने उसे चेतावनी दी थी – “जेल में रहोगे तो जिंदा रहोगे, बाहर निकलोगे तो दुश्मनों से नहीं बच पाओगे।” लेकिन दुर्लभ ने यह बात नहीं मानी और जमानत पर बाहर आ गया।
दुर्लभ कश्यप जेल से कैसे निकला
जब आईपीएस सचिन अतुलकर ने दुर्लभ कश्यप को गिरफ्तार किया था तब दुर्लभ को बालिक होने में 12 दिन बाकि थे इसलिए दुर्लभ को गिरफ्तार करने के बाद 12 दिनों के लिए बाल सुधार गृह में भेज दिया गया और उसके बालिक होते ही बड़ो के के जेल में भेज दिया गया।
दुर्लभ के जेल जाने के बाद उसका गैंग सक्रिय रूप से काम करता रहा और इसी कारण से दुर्लभ के और कई सारे दुश्मन बनते गए दुर्लभ के जेल जाने के बाद आईपीएस सचिन अतुलकर जिन्होंने दुर्लभ को गिरफ्तार किया था जेल के दौरों पर आये और दुर्लभ से मिले उन्होंने दुर्लभ कश्यप से कहा की दुर्लभ तुम्हे वेल आसानी से मिल जाएगी (“तू जेल में रहेगा तो जिंदा रहेगा तू अपने उम्र से अधिक दुश्मन बना लिया है।“) लेकिन, दुर्लभ कश्यप ने आईपीएस सचिन अतुलकर की बात नहीं मानी और लगभग 1 साल जेल में गुजारने के बाद वेल रिहाई ली।
मृत्यु कैसे हुई? (Durlabh Kashyap Death)
दुर्लभ कश्यप जब जेल से छूटा तब वह लॉक डाउन के पहले का समय लगभग जनवरी या फरवरी महिना था जेल से छूटने का बाद वह इंदौर मै कुछ दिन रहा इसी भी कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉक डाउन लग और दुर्लभ इंदौर में ही फंस गया लेकिन जैसे ही लॉक डाउन ख़तम दुर्लभ इंदौर से उज्जैन चला गया और अपनी माँ के साथ रहे लगा।
6 सितंबर 2020 की रात जब दुर्लभ अपनी माँ के साथ उज्जैन में था दुर्लभ ने जैसे ही रात का भोजन किया वैसे ही दुर्लभ के 4 दोस्त उसे बुलाने आ गए कहने लगे चल दुर्लभ थोड़ी देर बाहर घूम कर आते है, दुर्लभ अपनी माँ से कहता मै अभी बहार से घूम कर आता हूँ दुर्लभ अपने 4 दोस्तों के साथ बहार घूमने निकल लेता है, घूमते घुमते वह 6 सितंबर 2020 को अपने दोस्तों के साथ गली के एक चाय की दुकान पर पहुंचता है जंहा पर पहले से ही शाहनवाज की अपने गैंग के लोगो के साथ मौजूद था। (शाहनवाज उज्जैन का एक लोकल गुंडा था जिससे दुर्लभ कश्यप की अक्सर बैठती नहीं थी दुर्लभ और शाहनवाज पहले बही कई बारे आमने सामने आ गए थे।)
चाय की दूकान पर चाय पीते पीते दुर्लभ और शाहनवाज के बीच में कुछ बात हुई और दोनो में झगडा और हो गया झगडा होअते ही दुर्लभ ने अपनी पिस्टल निकाली और शानावाज पर फायरिंग कर दी , गोली जाके शहनवाज के कंधे पर लगी और शहनवाज बच गया इसके तुरंत बाद शहनवाज के गैंग के लोग दुर्लभ कश्यप पर टूट पड़े शहनवाज के गैंग के लोग जब दुर्लभ और उसके दोस्तों पर भारी पड़ने लगे तब दुर्लभ के चार दोस्त जैसे तैसे करके अपनी जान बचाकर वंहा से भाग निकले लेकिन दुर्लभ कश्यप वंहा पर फंस गया।
दुर्लभ को अकेला पाकर शहनवाज के गैंग के लोगो ने दुर्लभ को 34 बार चाकू मारा और उसकी हत्या कर दी दुर्लभ की हत्या 6 सितंबर 2020 को रात 2 बजे हुई।
युवा क्यों प्रभावित हुए? (Durlabh Kashyap Popularity)

- सोशल मीडिया पर उसका दबंग स्टाइल और अलग लुक युवाओं को आकर्षित करता था।
- कहा जाता है कि वह गरीबों और लड़कियों को कभी नहीं सताता था, इसी कारण कुछ युवा उसे “हीरो” मानने लगे।
- कम उम्र में मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा में रहने के कारण वह तेजी से फेमस हुआ।
Durlabh Kashyap Controversy
- फेसबुक पर खुद को बदमाश घोषित करना।
- हफ्ता वसूली और सुपारी किलिंग से जुड़े केस।
- उज्जैन पुलिस के हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट में शामिल होना।
Durlabh Kashyap से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
दुर्लभ कश्यप युवाओ के बीच में इतना अधिक लोकप्रिय था इसके कई कारण है ऐसा कहा जाता है ही जंहा अन्य गैंग के लोग गरीबो को सताते थे और लड़कियों को सताते थे दुर्लभ कश्यप कभी किसी गरीब को नहीं सताता था और न ही किसी लड़की को परेशान करता था इसी कारण से उसे लोग पसंद करते थे और कम उम उम्र में युवा अक्सर बहुत अधिक प्रसिद्ध होना चाहते है और दुर्लभ कश्यप कम उम्र में ही अधिक फेमस हो गया था इसी कारण से भी बहुत युवा उसे पसंद करते थे।
- दुर्लभ हमेशा माथे पर तिलक और काला गमछा रखता था।
- उसके गैंग में उज्जैन के 100 से भी ज्यादा लड़के शामिल थे।
- सोशल मीडिया पर खुद की पहचान “उज्जैन का डॉन” के रूप में करवाता था।
- उसके जीवन पर कई यूट्यूब डॉक्यूमेंट्री और रील्स भी बनीं।
FAQ: Durlabh Kashyap Biography In Hindi
1. Durlabh Kashyap कौन था?
दुर्लभ कश्यप उज्जैन का कुख्यात गैंगस्टर था।
2. दुर्लभ कश्यप की मौत कैसे हुई?
7 सितंबर 2020 को गैंगवार में चाकू से हमले में।
3. दुर्लभ कश्यप की गर्लफ्रेंड कौन थी?
कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं।
4. दुर्लभ कश्यप की हत्या किसने की?
उसे शाहनवाज और उसके गैंग ने मार डाला।
5. उज्जैन का डॉन कौन था?
दुर्लभ कश्यप।
6. Durlabh Kashyap क्यों फेमस हुआ?
उसका स्टाइल, सोशल मीडिया पर दबंगई और कम उम्र में गैंगस्टर बनने की वजह से।