Goa Liberation Day Essay in Hindi: गोवा मुक्ति दिवस एक बहुत खास दिन है। हर साल १९ दिसंबर को हम यह दिन मनाते हैं। यह दिन हमें गोवा के लोगों को पुर्तगाली शासन से आजादी मिलने की याद दिलाता है। मुझे लगता है, यह दिन स्वतंत्रता की एक सच्ची कहानी है, जिसमें बहादुरी, संघर्ष और खुशी भरी हुई है। गोवा एक बहुत सुंदर जगह है, जहाँ समुद्र के किनारे, नदियाँ और हरे-भरे जंगल हैं। लेकिन एक समय था जब यह जगह विदेशियों के कब्जे में थी। आज हम गोवा मुक्ति दिवस पर निबंध हिंदी में पढ़ेंगे कि गोवा की आजादी कैसे हुई और इसका मतलब क्या है।
गोवा की कहानी बहुत पुरानी है। लगभग ४५० साल पहले पुर्तगाली लोग गोवा आए और उन्होंने वहाँ अपनी सत्ता स्थापित कर ली। वे १५१० में आए थे और गोवा को अपनी कॉलोनी बना लिया। गोवा के लोगों को उनके शासन में बहुत तकलीफें सहनी पड़ीं। उन्हें अपनी भाषा, संस्कृति और धर्म छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता था। गोवा के लोग मराठी, कोंकणी बोलते हैं, लेकिन पुर्तगालियों ने उन्हें दबाया। मुझे याद है, बचपन में दादाजी बताते थे कि उस समय लोगों के मन में एक गहरा दुख था। वे आजाद रहना चाहते थे, लेकिन ताकतवर नहीं थे। फिर भी, उन्होंने छोटे-छोटे विद्रोह किए। लेकिन असली लड़ाई १९६१ में शुरू हुई।
१९४७ में भारत आजाद हुआ, लेकिन गोवा अभी भी पुर्तगालियों के कब्जे में था। भारतीय नेताओं ने, खासकर पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने, गोवा को आजाद कराने का फैसला किया। इसके लिए ‘ऑपरेशन विजय’ नाम की मुहिम चलाई गई। १८ दिसंबर १९६१ को भारतीय सेना ने गोवा पर हमला किया। भारतीय नौसेना, वायुसेना और थलसेना सब एक साथ आए। वे बहुत बहादुर थे। पुर्तगाली सेना ने विरोध किया, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें हरा दिया। सिर्फ दो दिनों में गोवा आजाद हो गया। १९ दिसंबर को गोवा पर भारतीय झंडा फहराया गया। यह देखकर गोवा के लोगों की आँखों में खुशी के आँसू आ गए। उन्हें लगा, अब वे सचमुच आजाद हैं। उनके दिल में एक नई उम्मीद जागी। मैं सोचता हूँ, उस दिन लोग सड़कों पर नाच रहे होंगे, एक-दूसरे को गले लगा रहे होंगे। यह एक बहुत भावुक पल था, जिसमें दुख खत्म हुआ और खुशी शुरू हुई।
गोवा मुक्ति दिवस का मतलब सिर्फ इतिहास नहीं है, बल्कि यह आज भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह दिन हमें सिखाता है कि संघर्ष करने से आजादी मिलती है। गोवा के लोगों ने अपनी संस्कृति को बचाकर रखा। आज गोवा भारत का हिस्सा है और वहाँ पर्यटन बहुत बढ़ गया है। लेकिन यह दिन उन सैनिकों के बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर गोवा को आजाद कराया। स्कूल में हम इस दिन कार्यक्रम करते हैं, गाने गाते हैं और नाटक करते हैं। ऐसा करते समय मुझे बहुत गर्व महसूस होता है। गोवा के आजाद होने से भारत पूरा हुआ। यह दिन हमें बताता है कि एकता और हिम्मत कितनी जरूरी हैं।
अंत में, गोवा मुक्ति दिवस स्वतंत्रता का त्योहार है। यह हमें बीते संघर्ष की याद दिलाता है और आने वाले कल की उम्मीद देता है। गोवा के लोगों के चेहरे पर आज भी वह खुशी दिखती है। यह निबंध लिखते हुए मुझे लगता है कि हर बच्चे को यह इतिहास जानना चाहिए। क्योंकि यह सिर्फ गोवा की नहीं, बल्कि पूरे भारत की जीत है। गोवा मुक्ति दिवस के मौके पर सभी को बधाई!










